!! ॐ श्री गुरुवे नमः ॐ !!
गायत्री मंत्र को शास्त्रों में महामंत्र की संज्ञा दी गई है !
24 अक्षरीय इस मंत्र में ईश्वर को प्राप्त करने की शक्ति समाहित है !
शास्त्रों में गायत्री मंत्र को बेहद शक्तिशाली बताया गया है ! इसे महामंत्र कहा जाता है ! गायत्री मंत्र यजुर्वेद के मंत्र और ऋग्वेद के छन्द के मेल से बना है ! कहा जाता है कि यदि इस मंत्र के अर्थ को समझकर इसका पूरी एकाग्रता के साथ जाप किया जाए तो व्यक्ति के शरीर में बेहद सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) का संचार होता है जो ईश्वरीय शक्ति का अहसास कराता है ! शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए ये मंत्र सर्वश्रेष्ठ (Best Mantra for Students) है ! गायत्री मंत्र 24 अक्षरों से मिलकर बना है !
कहा जाता है कि इन 24 अक्षरों में चौबीस अवतार, चौबीस ऋषि, चौबीस शक्तियां, चौबीस सिद्धियां और चौबीस शक्ति बीज भी शामिल हैं !
गायत्री मंत्र में समाहित हैं ये 24 शक्तियां :
सफलता शक्ति, पराक्रम शक्ति, पालन शक्ति, कल्याण शक्ति, योग शक्ति, प्रेम शक्ति, धन शक्ति, तेज शक्ति, रक्षा शक्ति, बुद्धि शक्ति, दमन शक्ति, निष्ठा शक्ति, धारण शक्ति, प्राण शक्ति, मर्यादा शक्ति, तप शक्ति, शांति शक्ति, कॉल शक्ति, उत्पादक शक्ति, रस शक्ति, आदर्श शक्ति, साहस शक्ति, विवेक शक्ति और सेवा शक्ति !
गायत्री मंत्र से होते हैं ये लाभ :
यदि गायत्री मंत्र का ठीक तरीके से नियमित जाप किया जाए तो क्रोध शांत होता है और व्यक्ति को तनाव और चिंता जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है ! कुंडली में सूर्य की स्थिति बेहतर होती है और करियर ग्रोथ अच्छी होती है ! समाज में मान सम्मान बढ़ता है ! नकारात्मकता दूर होती है और तमाम रोगों से मुक्ति मिलती है ! एकाग्रता
बढ़ती है और जीवन की हर समस्या का हल हो जाता है !
!! इति शुभम् प्रभातम् ... ॐ शांति ॐ !!

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