भ्रूण हत्या कानूनन अपराध है- रामप्रीत चौरसिया

भ्रूण हत्या कानूनन अपराध है- रामप्रीत चौरसिया


रिपोर्ट- एस. भारती।


समस्तीपुर: जिला अंतर्गत सरायरंजन प्रखण्ड के अख्तियारपुर जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र के सभागार में बाल संरक्षण समिति सदस्यों के साथ बाल विवाह और बाल श्रम से बचाव हेतु एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन सरायरंजन प्रखंड प्रमुख वीणा कुमारी, वार्ड सदस्य शिला देवी, संस्था के कार्यकारिणी सदस्य रामप्रीत चौरसिया, आशा वर्कर जयंती कुमारी, पंच सदस्य चंदा कुमारी, शिक्षक दयानंद दास, सामाजिक कार्यकर्ता सह ब्रिज कोर्स टीचर राजकुमार पासवान, आंगनबाड़ी सेविका राखी कुमारी, जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के प्रतिनिधि दिनेश प्रसाद चौरसिया, बलराम चौरसिया, एक्सेस टू जस्टिस कार्यक्रम प्रतिनिधि संदीप कुमार सदा, विभा कुमारी के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।



कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रमुख वीणा कुमारी नें कहा कि जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र समस्तीपुर जिले का एक मात्र संस्था है जो बाल संरक्षण के लिए सघन रूप से काम कर रही है। समाज के हर व्यक्ति का दायित्व बनता है कि  कोई भी बच्चा को जहां कहीं भी खतरा में दिखाई देता है उसका संरक्षण करना चाहिए। हम सभी लोगों का दायित्व है कि 3 - 6 आयु सीमा के सभी बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र भेजने में सहायक बने, 6 - 18 आयु सीमा के सभी बच्चों को स्कूल और कॉलेज में रहना चाहिए। लड़की की शादी 18 साल के बाद और लड़कों की शादी 21 साल के बाद होना चाहिए। 



कार्यशाला को संबोधित करते हुए दिनेश प्रसाद चौरसिया नें बाल अधिकार समझौता पत्र पर चर्चा किया। वहीं रामप्रीत चौरसिया नें बच्चों के प्रमुख चार अधिकारों पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी बच्चों को जन्म लेने का अधिकार है। लोग लड़की पैदा होने के डर से पेट में हीं भ्रुण हत्या कर देते है जो कानूनन अपराध है। बच्चों के साथ लिंग भेद नहीं करना चाहिए। लैंगिक भेदभाव करना भी कानूनन अपराध है। राजकुमार पासवान नें कहा कि वर्तमान समय में भी मुसहर समुदाय के बच्चे सबसे ज्यादा उपेक्षित है। मुसहर समुदाय के बच्चे पढ़ाई लिखाई से कोसों दूर है। दलित और महादलित टोला में साफ सफाई का अभाव है। वहां के लोग नशेड़ी होते हैं। नशापान के कारण उनका विकास नहीं हो रहा है। 



कार्यशाला को किरण कुमारी, ललिता कुमारी, जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के लेखा अधिकारी पप्पू यादव, बलराम चौरसिया, मंजुलता दास, फुल कुमारी देवी, वकील साह, बविता कुमारी आदि नें संबोधित किया। कार्यशाला के अंत में एक्सेस टू जस्टिस कार्यक्रम की प्रोग्राम कॉर्डिनेटर काजल राज द्वारा अभियान गीत, "जीवन में गर बढ़ना है तो हिम्मत मारे मत बैठो" गान प्रस्तुत किया गया। धन्यवाद ज्ञापन समाजवादी महिला सभा की संयोजक मनीषा कुमारी नें किया।

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