समस्तीपुर: सदर अस्पताल में कार्यरत एक ममता की इलाज के दौरान मौत, मचा बवाल, लगाए गंभीर आरोप

सदर अस्पताल में कार्यरत एक ममता की इलाज के दौरान मौत, मचा बवाल, लगाए गंभीर आरोप, मृतका के आश्रितों को सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग।


रिपोर्ट- टी. वी. कुमार।


समस्तीपुर: जिले के सदर अस्पताल में कार्यरत एक ममता कार्यकर्ता की गुरुवार को पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक पिछले कई वर्षों से सदर अस्पताल में कार्यरत थी। उसकी पहचान सरायरंजन थाना क्षेत्र के तिसवारा हरलोचनपुर के जीतेंद्र राम की पत्नी रीता देवी के रूप में की गयी। पिछले 14 फरवरी को सदर अस्पताल में ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत अचानक खराब हो गयी थी। इसके बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई। 



वहीं परिजनों के मुताबिक, वह पिछले कई महीनों से शरीर में संक्रमण से पीड़ित थीं, लेकिन डॉ सुमित कुमार के लापरवाही के कारण उसका साल भर आपरेशन नहीं हो पाया और अंतिम में उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई। गुरुवार की शाम पटना से शव आने के बाद ममता कार्यकर्ताओं ने सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष के सामने अस्पताल कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए मृतका के आश्रितों को सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया। स्वास्थ्य प्रबंधक विश्वजीत रामानंद ने अपने जेब से ₹2000 मृतका के अंतिम संस्कार के लिए देकर आक्रोशित ममता कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया।


अब सवाल यह उठता है कि-


👉जब सदर अस्पताल के कर्मचारियों का ही ढंग से इलाज नहीं हो पा रहा है तो आम जनता की क्या स्थिति होगी ?


👉क्या यह सोचने का विषय नहीं है ?


👉आज एक कर्मचारी के मौत ने, क्या सदर अस्पताल के व्यवस्था की पोल नहीं खोली है ?



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